- आपदा निरीक्षक पद पर दे रहे सेवाएं
- श्रेष्ठ कार्य के लिए कई बार हुए सम्मानित
- जयपुर के हिंगोनियां निवासी है भंवर लाल
उन्नति एक्सप्रेस
हिंगोनियां। अम्फान चक्रवात दीघा के तट से बुधवार को टकराया। टकराने के साथ की भीषण चक्रवात अम्फान ने अपना विकराल रूप दिखाया और भारी तबाही मचायी। चक्रवात को देखते हुए बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था। हालांकि चक्रवात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमें पूरी मुस्तैदी के साथ लगी हुई हैं। पश्चिम बंगाल से अभी पांच लाख और ओडिशा में 1,58,640 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। एनडीआरएफ की टीमों सहित देश की तीनों सेनाएं भी एक्टिव मोड में हैं। पश्चिमी बंगाल में सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की कुल 19 टीमें तैनात की गई हैं साथ ही 4 टीमों को स्टैंडबाई पर रखा गया है।
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भंवर लाल टांक |
कोलकाता, पश्चिमी बंगाल के कोटाई ब्लॉक में तैनात जयपुर के हिंगोनिया निवासी व राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, कोलकाता में निरीक्षक पद पर सेवाएं द रहे भंवरलाल टाक ने कुछ तस्वीरें और वीडियो भेज कर वहां की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि हम लोगों को कोस्टल इलाके में तूफान के बारे में जागरूक करने के साथ ही, वहां से लोगों को शिफ्ट भी कर रहे हैं। यहां से कुछ इलाकों को खाली करा लिया गया है । जान माल का नुकसान कम से कम हो इसलिए सभी तरह के बचाव कार्य किए जा रहे हैं। यह जयपुर शहर के लिए गर्व की बात है कि ऐसे भयंकर तूफान में जयपुर निवासी सेवा में लगकर लोगों की जान बचाने की मदद कर रहे हैं। गौरतलब है कि इरादे हो बुलंद तो तकदीर बना करती है, हर मेहनतकश इंसान को मंजिल अवश्य मिला करती है। इन्हीं पंक्तियों को साकार किया है राजस्थान प्रदेश के जयपुर शहर के एक छोटे से ग्राम हिंगोनियां के निवासी जगन्नाथ टांक के पुत्र भंवरलाल टांक ने। जिन्होंने वीर प्रसूता अपने ग्राम हिंगोनिया की पहचान पूरे भारतवर्ष में आपदा वॉरियर्स के रूप में बनाई है। भंवर लाल अपनी सेवाएं आपदा वॉरियर्स के रूप में निरीक्षक के पद पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल कोलकाता में दे रहे हैं। टाँक वर्तमान में पश्चिम बंगाल में आए तूफान में कोटांई ब्लॉक में वॉरियर्स के रूप में तैनात है। उनके द्वारा आसपास के इलाके में लोगों को तूफान के बारे में जागरूकता व बचाव दल के साथ लोगों का साइक्लोन सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है जिससे जान-माल का नुकसान कम से कम हो। भंवरलाल द्वारा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की प्रत्येक सदस्य टीम का नेतृत्व किया जाता है।


पूर्व में भी उनके द्वारा कोलकाता ब्रिज हादसा, बुलबुल तूफान, फैनी तूफान, सिक्किम में भू-स्खलन व रासायनिक आपदाओं में त्वरित कार्रवाई के साथ कुशल नेतृत्व में अपनी पहचान बनाई है। इनको महानिदेशक द्वारा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा प्रशंसा पत्र देकर कई बार सम्मानित किया गया है। वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस में भी जरूरतमंद की हर संभव मदद करने में अपना दायित्व निभाया है। भंवरलाल की इस उपलब्धि को ग्रामीण बंधुओं ने भी सराहा है, साथ ही उनके साथीगण ने भी फोन व सोशल मीडिया के जरिए उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।
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